मंथन : उनकी बातों में दम था, इरादे चट्टानों जैसे मजबूत थे
मेरी पत्नी पूजा पांडे जो कि अपनी निजी संस्थान ‘द प्लस एजुकेशन, सहरसा’ की डायरेक्टर हैं, ने भी काफी लोगों से मिलीं क्योंकि उनके लिए वहाँ कई ऐसे स्वजन थे जिनसे उन्हें फेसबुक के अतिरिक्त फोन पर भी बातें हुआ करती थी | वास्तव में ये कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि फेसबुक से मिलने के बाद जब...