तब मैं साइकिल से प्रतापगढ़ के कॉलेज में जाती थी : गीता भट्ट
395 रुपये में खरीदी उस साइकिल की रसीद आज भी मेरे पास सुरक्षित : गीता मैंने पिताजी के सामने साइकिल खरीदने का प्रस्ताव रखा जिसे उन्होंने तुरत रजामंदी दे दी। पिताजी ने मेरे लिए एवन कंपनी की साइकिल इलाहाबाद में अमर साइकिल से 1983 में 395 रुपये में खरीदी थी। उस साइकिल की रसीद आज भी मेरे पास सुरक्षित है। गीता...