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अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही.. ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था India Uttar Pradesh 

अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही.. ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था

ध्यान योग आदरणीया अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही…ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था…राजे जी का ओजस्वी और विद्वतापूर्ण मंच संचालन बरबस ही उनकी गरिमामयी सारगर्भित उपस्थिति, अपने आप ही परिलक्षित हो रही थी. .. काशी मंथन में इतनी सुन्दर स्मृतियाँ है कि किन किन का बखान करे. शब्द छोटे प़ड जा रहे हैं.. आदरणीय राजे जी को सादर प्रणाम… 
-राजेश शर्मा सीनियर ऑडिटर… प्रतापगढ़
गुजरात से *कल्पना राव* जी ने कहा- *ऐसा सोशल प्रोग्राम जहाँ एक्विलिटी हो, हमारे गुजरात मे भी नही होता। आपने हम सबको भी उतना ही स्पेस दिया इससे मैं बहुत खुश हूँ। अनामिका की एंकरिंग भी अच्छी लगी। 

सभी लोगो को मेरा नमस्कार। मैं ब्रह्मभट्ट वर्ल्ड को शुरुआती दिनों से फॉलो कर रहा हूं। पर इस साल मंथन में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैं राय तपन अंकल, आनंद राज मामा, आनंद शंकर, अजय शर्मा बाबा एवम सभी एडमिन टीम को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद करता हूं। बाबा का योगदान बड़ा ही सराहनीय रहा।

अनामिका राजे के मेडिटेशन ने तो शमा ही बदल दिया।

समय सीमा को देखते हुए वैसे सभी लोगों के पास जाकर उनका विचार लेना तथा उनका स्पष्टीकरण देना तथा मंच का संचालन बड़े ही शानदार ढंग से किया। रुद्राक्ष हाल में प्रवेश करते ही आई कार्ड का वितरण और साथ ही लजीज नास्ता और फिर लक्ष्मीकांत सर और यश्री दीदी का लाजवाब एंकरिंग, अभिजीत भट्ट जी का मंत्रोच्चार, अनामिका राजे का मेडिटेशन, प्रियंका दीदी और अमृता शर्मा ने तो शमा ही बदल दिया। सभी सत्र में सफल बातचीत और अपने लोगों के मदद के लिए सामने आना ये बड़ी बात है जो मंथन से निकले हुए रत्न है। शिवानी शर्मा का स्वर ने तो इस आयोजन में चार चांद लगा दिए। सुबह के नास्ते से लेकर रात के खाने तक सबने इसका आनंद लिया। कई नए लोगों से मुलाकात हुई और कई पुराने रिश्तों में जान आया। मैं इस आयोजन को सफल बनाने का श्रेय सभी आयोजन समिति के सदस्यों को देता हूं जिन्होंने कई रातें जाग कर इस आयोजन को सफल बनाया। 

विकास भट्ट, डायरेक्टर, Easyget Holidays

अनामिका राजे जी ने मेडिटेशन और अपनी आवाज व अंदाज से पूरे हाल के लोगों को किसी और दूनियां में लेकर चलीं गयीं.. मै तो बगल में बैठी अपनी पत्नी Sheela तक को भूल गया…

सब कुछ हो जाना आसान नहीं होता! मंथन को सफल बनाने में  इसके पीछे मंथन टीम की अथक मेहनत लगन व वित्तीय व्यवस्था की सोच थी! इसे सफल बनाने में हमारा क्या योगदान होना चाहिए! इस पर भी सोचना आवश्यक है! यह किसी का व्यक्तिगत कार्यक्रम तो था नहीं.! मंच सज्जा, प्रकाश संयोजन. गुंजती हुई स्पष्ट आवाज व भोजन  व्यवस्था अद्भुत व आत्मा को तृप्त कर देने वाली…कमाल की थी.. स्मारिका का हर पेज व डायरेक्टरी की छपाई व पेपर उत्कृष्ट है जो जीवन प्रयन्त संग्रहणीय रहेगा…हर पृष्ठ पर उंगलियाँ भी फिसल जा रही है… लगता है बडे प्यार से इसे संयोया व सजाया गया होगा.. हमारी बधाइयाँ व आभार….

कार्यक्रम के पहले सत्र में आपसी परिचय का न हो पाना सदस्यओं के समय से न आ पाने का एक कारण था पर मेरे नजरिये से यह महत्वपूर्ण था इसे होना चाहिए था…यह हमारे मंथन के उद्देश्यों को पूरा करने की पहली कडी थी आपसी मेल जोल…….हर सदस्य अपनी टोली में अलग अलग तस्वीरें ले रहा था या बातों में मशगूल था….एक अच्छी भीड हाल के बाहर मोबाइल में या चाय पीने में व्यस्त थी जबकि उन्हें हाल में होना चाहिए था.. इसमें सरासर हमारी गलती थी भविष्य में इस पर कार्य करने की आवश्यकता हैपहले सत्र की शुरुआत लाजबाब थी

मंच पर ऐंकरिंग श्री लक्ष्मी कांत जी और यश श्री जी ने अपने अंदाज से शुरुआती दौर में ही दर्शक दीर्घा में अपनी पकड बना ली थी… और उसके बाद अनामिका राजे जी ने मेडिटेशन और अपनी रहस्य मयी आवाज व अंदाज से पूरे हाल के लोगों को किसी और दूनियां में लेकर चलीं गयीं.. मै तो बगल में बैठी अपनी पत्नी Sheela तक को भूल गया…

मंच पर ऐंकरिंग श्री लक्ष्मी कांत जी और यश श्री जी ने अपने अंदाज से शुरुआती दौर में ही दर्शक दीर्घा में अपनी पकड बना ली थी

शुक्र है वो वापस फिर से हमारी कुर्सियों तक ले आयीं….. बहुत उपयोगी शानदार व संस्मरणीय रहेगा उनका मेडिटेशन सत्र… पूरे कार्यक्रम की रुपरेखा की एक प्रति हर सदस्यों को पहले से स्मारिका के साथ साथ वितरित की जानी चाहिए थी जिससे ये पता चलता कि अगला कौन सा कार्यक्रम होने वाला है जो प्रशनोत्तरी में सहायक हो सकता था…..
पुष्प कुमार महाराज गोरखपुर

ब्रह्मभट्टवर्ल्ड काशी मंथन – 5 आयोजन के मजबूत स्तम्भ श्री अजय शर्मा “बाबा” जी का नाम मैं बड़े ही सम्मान पूर्वक लेना चाहता हूँ, जिस कदर उन्होंने अपने प्रदेश के भट्ट बंधुओं को मंथन से जोड़कर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया वो काबिल ए तारीफ है। यकीनन, उन्होंने इस मंथन आयोजन के लिए जितनी मेहनत की वह अविस्मरणीय होगा। मेरा मानना है कि मंथन से मिले अमृत में अजय बाबा जी भी एक  नायाब रत्न मिले।
आयोजन समिति के अध्यक्ष Anand Raj Ji Patna⁩ , कोषाध्यक्ष Amit Bhaiya , महासचिव आनंद शंकर जी की मंथन की शानदार तैयारी अनुकरणीय एवं अनेकानेक धन्यवाद और सफल आयोजन के लिए संस्थापक महोदय Roy Tapan Bharti⁩  जी को बधाइयाँ। सभी मंथन मित्रों से मिलकर मन अतिप्रसन्न हुआ।

काशी मंथन – 5 आयोजन समिति अध्यक्ष Anand Raj Ji Patna की मंथन की शानदार तैयारी अनुकरणीय

भोजन, कार्यक्रम और लोगों का आवभगत उम्दा रहा। मंच संचालन कर रहे उदघोषकों ने जहाँ मंथन मित्रों को रुद्राक्ष हॉल में बैठे रहने को मजबूर किया वहीं लजीज व्यंजनों ने बरबस लोगो को अपनी ओर खींचा। शिवानी भट्ट का संगीत ने सभी को मंत्रमुग्ध किया वहीं Anamika Raje⁩ दीदी ने जो ध्यान कराया वो आनंद की अनुभूति अद्भुत थी।

अभिजीत भट्ट जी का मंत्रोचारण तो ऐसा था जैसे हम रुद्राक्ष नही बाबा विश्वनाथ के दरबार मे बैठे हों।काशी मंथन में आये हुए सभी स्वजनों से मिलकर मन हर्षित था। बहुत बढ़िया सुनने, देखने और समझने को मिला। कुछ लोगों की अनुपस्थिति से कहीं न कहीं मंथन में सूनापन भी महसूस हुआ परंतु उनमें से वर्चुअल उपस्थिति से मंथन में एक नई ऊर्जा का संचरण हुआ। उपस्थित पैनलिस्ट ने कम समय मे इतनी सटीक और महत्वपूर्ण बाते रखी जो कि प्रशंसनीय है।

कुल मिला कर देखें तो काशी मंथन आयोजन शानदार रहा।काशी मंथन से लौटने के बाद पुनः एक नए मंथन के सपने सजोये आप सभी की यादों में मैने कुछ लिखा है। अगर कुछ भूल चुक हुई हो तो माफ् कीजियेगा।

कुन्दन भट्ट, ट्रैवल कंसल्टेंट, पटना www.easygetholidays.com

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