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मंथन पहला मंच है जहां भट्टवंश की एक-एक जातीय बूंद को इकठ्ठे सागर के रूप में देखा: डा पी एन भट्ट India Uttar Pradesh 

मंथन पहला मंच है जहां भट्टवंश की एक-एक जातीय बूंद को इकठ्ठे सागर के रूप में देखा: डा पी एन भट्ट

डा पी एन भट्ट, बाल रोग विशेषज्ञ, गोरखपुर

डॉ प्रेम नारायण भट्ट ( बाल रोग विशेषज्ञ), गोरखपुर, उत्तरप्रदेश

वैसे तो सनातनी मान्यताओं से अलंकृत मंथन का अपना एक सुंदर वेद विदित इतिहास रहा है, जिसकी सफलता में पक्ष-विपक्ष दोनो की एकजुटता अब तक की एकता का सर्वोत्तम मिशाल है!     

जहां तक अपने समाज के ब्रह्मभट्टवर्ल्ड की ओर से आयोजित “मंथन” पर विचार करें, तो काशी मंथन मेरा पहला मंथन था, जहां उपस्थित होने के बाद मुझे पिछले मन्थनों में उपस्थित न  होने का बेहद दुःख हुआ! ऐसा इसलिए नहीं कि पहले मैं किसी संस्था या किसी व्यक्ति से व्यक्तिगत प्रभावित रहा हूँ, बल्कि इसलिए कि सुंदर ऐतिहासिक अपने कुल वंश के बीच का वर्तमान काल सामाजिक, वैचारिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, प्रशासनिक और राजनीतिक दृटिकोण से अति विचारणीय व दयनीय हो गया है, जिसके पुनर्जागरण की ओर से पहली बार ब्रह्मभट्टवर्ल्ड जैसी अंतराष्ट्रीय संस्था की सोच ने एक अद्भुत आयाम देने की सुंदर कोशिस ही नहीं बल्कि बुद्धि, विवेक, एकता व आपसी सहयोग के आधार पर ब्रह्मभट्ट वंश को एक वैचारिक राष्ट्रीय मंच प्रदान किया है! 

जहां तक मंथन के उद्देश्य व लाभ की बात है तो मेरी जानकारी का यह पहला मंच है जहां भट्टवंश अपने समान भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए एक-एक जातीय बूंद को इकठ्ठे सागर के रूप में देखा, व्यक्ति से व्यक्ति का मिलन, आपसी संवाद व रक्तवंशीय प्रेम की प्रगाढ़ता निश्चित रूप से हमारे शादी-व्याह, रोजगार,सहयोग व एकता को मजबूत कर हमें प्रशासनिक, आर्थिक एवं राजनीतिक मंच पर भी बड़ी भागीदारी देने में सहायक होगा!

जिस तरह कार्यक्रम के प्रारम्भ में 2030 तक  अपने समाज को हर तरह से मजबूत रूप में हम कहाँ देखना चाहते हैं और उसके लिए क्या करने की आवश्यकता है? पर विचार विमर्श और महत्वपूर्ण सुझाव। फिर मंच पर रोजगार देने की घोषणा, दहेज मुक्त शादी का संकल्प, मेधावी बच्चो को छात्रवृत्ति, तथा सांस्कृतिक एकता का प्रदर्शन ये वो कार्य रत्न हैं जो भविष्य में हमारे भट्टसमाज के लिए अमृत का काम करेंगे!   

जहां तक ऐसे समाजपयोगी कार्यक्रम की आलोचना और विरोध का प्रश्न है तो मैं यही कहना चाहूंगा कि ये समाज के वे लोग हैं जो बिना कुछ किये हमे बहुत कुछ करने की हिम्मत देते हैं! जिनके सोच व कर्म की एक लघु सीमा है, जहां से उठने के बाद ही समाज को संगठित कर सजाया जा सकता है!   

काशी मंथन अपने भट्ट ब्राह्मण समाज का एक अभूतपूर्व ऐतिहासिक कुलोत्सव था, जिसे भगवान भोलेनाथ की प्रतिष्ठित काशी नगरी के रुद्राक्ष कन्वेंशन हॉल में, शाही अंदाज में मनाकर समाज को यह संदेश दिया गया कि हम कल भी पहले थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे!!मेरी तरफ से ब्रह्मभट्टवर्ल्ड के संस्थापक सहित समस्त एडमिन टीम, आयोजन टीम तथा आये हुए सभी स्वजनों को इस पुनीत पहल व सफल आयोजन की ओर से कोटिशः बधाई व शुभकामना।

लेखक: डॉ प्रेम नारायण भट्ट ( बाल रोग विशेषज्ञ), गोरखपुर, उत्तरप्रदेश (9336410409) 

Email-drpnbhatt@gmail.com

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