भाई, जमाना ही ऐसा था
संस्मरण शंकर मुनि राय ‘गड़बड़’ मेरी एक सरहज जो —–गांव की है, अपनी गाली कला के लिए ख्यात हैं. गाली चाहे गीत के रूप में हो या किसी को बदनाम करने के लिए, सब में पद्मश्री प्राप्त हैं. शरीर का रंग ऐसा कि कोयल भी शर्मा जाय. और मुहफट तो ऐसी की शर्म भी बेशर्म हो जाती है उनके सामने....