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“सबको चाहिए कोई अपना-सा, एक प्रिय जीवनसाथी,  फिर विवाह में देरी आखिर क्यूं ?” India Uttar Pradesh 

“सबको चाहिए कोई अपना-सा, एक प्रिय जीवनसाथी, फिर विवाह में देरी आखिर क्यूं ?”

अनामिका राजे ,कोलकाता “विवाह में देरी के कारणों के विषय पर पूर्व से चली आ रही चर्चा पर मेरे कुछ भाव साझा कर रही हूं, उचित लगे तो आशीष और अनुचित लगे तो क्षमा प्रार्थी। ”  कोई भी सामाजिक विषय संवेदनशील होता ही है और उस पर कोई भी एक विचार पत्थर की लकीर की तरह थोपा नहीं जा सकता पर...
मंथन की सुनहरी यादें हमारे दिलों में बस गई, अब अगले मंथन का इंतजार रहेगा: अंजना शर्मा India Uttar Pradesh 

मंथन की सुनहरी यादें हमारे दिलों में बस गई, अब अगले मंथन का इंतजार रहेगा: अंजना शर्मा

अंजना शर्मा/मुंबई से  आप सभी को नववर्ष की मंगल कामनाओं के साथ शुभकामनाएं. आज मैं अपना पहला मंथन का अनुभव साझा करना चाहती हूं. यह मेरा पहला मंथन था. जहां हम सपरिवार गए थे. मैं मेरे पति राजेश शर्मा जी और मेरे दोनों बच्चे- दीपेश और अमीषा. एक तो काशी विश्वनाथ भोले बाबा का दर्शन और दूसरा ब्रह्मभट्टवर्ल्ड मंथन में अपने...
मंथन पहला मंच है जहां भट्टवंश की एक-एक जातीय बूंद को इकठ्ठे सागर के रूप में देखा: डा पी एन भट्ट India Uttar Pradesh 

मंथन पहला मंच है जहां भट्टवंश की एक-एक जातीय बूंद को इकठ्ठे सागर के रूप में देखा: डा पी एन भट्ट

डा पी एन भट्ट, बाल रोग विशेषज्ञ, गोरखपुर वैसे तो सनातनी मान्यताओं से अलंकृत मंथन का अपना एक सुंदर वेद विदित इतिहास रहा है, जिसकी सफलता में पक्ष-विपक्ष दोनो की एकजुटता अब तक की एकता का सर्वोत्तम मिशाल है!      जहां तक अपने समाज के ब्रह्मभट्टवर्ल्ड की ओर से आयोजित “मंथन” पर विचार करें, तो काशी मंथन मेरा पहला...
अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही.. ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था India Uttar Pradesh 

अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही.. ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था

ध्यान योग आदरणीया अनामिका राजे जी की प्रस्तुति बहुत प्रभावशाली रही…ध्यान योग से पूरा ऑडिटोरियम राजे जी गिरफ्त में आ चुका था…राजे जी का ओजस्वी और विद्वतापूर्ण मंच संचालन बरबस ही उनकी गरिमामयी सारगर्भित उपस्थिति, अपने आप ही परिलक्षित हो रही थी. .. काशी मंथन में इतनी सुन्दर स्मृतियाँ है कि किन किन का बखान करे. शब्द छोटे प़ड जा...
काशी मंथन में अपने प्रगतिशील  समाज, उसकी जागरूकता देखकर हर्ष की अनुभूति हुई: एडवोकेट  मनोज शर्मा India Uttar Pradesh 

काशी मंथन में अपने प्रगतिशील समाज, उसकी जागरूकता देखकर हर्ष की अनुभूति हुई: एडवोकेट मनोज शर्मा

मनोज शर्मा एडवोकेट सारनाथ वाराणसी “जिसने भी छुआ वो स्वर्ण हुआ सब कहें मुझे, मैं पारस हूँ मेरा जन्म महाश्मशान मगर जिंदा शहर बनारस हूं” मैं मनोज शर्मा, एडवोकेट सारनाथ (काशी) वाराणसी का निवासी हूँ! पेशे से एडवोकेट हूँ, साथ ही मेरा रीयल स्टेट (शौर्य मित्रम रियलटर्स प्राइवेट लिमिटेड) का भी बिजनेस है. महानगर वाराणसी BJP विधि सलाहकार समिति का सदस्य...
कोरोना संकट में ब्रह्मभट्ट परिवारों की भी ज़िंदगी यूं बदल गई Delhi India 

कोरोना संकट में ब्रह्मभट्ट परिवारों की भी ज़िंदगी यूं बदल गई

कोरोना संकट से आपकी जिंदगी में कितना बदलाव आया? योगा से लगाव बढ़ा? आपने खाना बनाना सीखा, घर बैठे बिजनेस करने लगे? Abha Rai: घर से बाहर निकलने और प्रिय जनों से मिलने की बंदिश,शहर से बाहर का भी रास्ता बन्द है,पर सुकून है कि सभी एक साथ हैं, खाना बनाना अच्छा लगता रहा है ,अब भी बना लेते हैं...
मुंबई छोड़कर व्यवसायिक खेती के मैदान में उतर पड़े अविनाश शर्मा India Uttar Pradesh 

मुंबई छोड़कर व्यवसायिक खेती के मैदान में उतर पड़े अविनाश शर्मा

-देश में मात्र 35% ज़मीन का ही उपयोग व्यवसायिक खेती के लिए, किसान बेहतरी के लिए इसे अपनाएं अजय शर्मा बाबा/ देवरिया, उप्र आज मैं आप सभी से अविनाश शर्मा जी की बात करने जा रहा हूं। अविनाश जी ग्राम कौआडील जनपद गोरखपुर उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं आपका गांव पूर्वी उत्तरप्रदेश के स्वजातियों का बेहद प्रतिष्ठित गांव है ।...
सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं Delhi India 

सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं

लेखिका: अनामिका राजे/नई दिल्ली योग चर्चा: अनिद्रा/तनाव उपचार विशेषांक, भाग-३ #‘ॐ अगस्ती शायिनः ।’ भावार्थ : हे ईश्वर, निद्रा प्रदान करें। योग गुरू दीपक चोपड़ा सिखाते हैं कि सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं। अतिसक्रिय (hyperactive) मन वालों के विचारों को विराम देते हुए प्रशांतिपूर्ण गहरी नींद में सहायक।भाग-3 लेकर पुनः उपस्थित हुई हूँ इस संकल्प...
इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय Bihar Delhi 

इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय

अवधेश राय/कटिहार-नई दिल्ली लेख को अवश्य ही गहराई से पढ़ते हुए मनन करें, क्योंकि यह हर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा हुआ है कर्म ही जीवन है और अकर्मण्यता मृत्यु। जहां कर्म है, वहीं गति है और गति से ही जीवन है। कर्मशील बने रहने में ही कर्मयोगी की सार्थकता है। संसार में जन्म लेकर कोई भी प्राणी बिना कर्म...
आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे? Uttar Pradesh 

आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे?

…और खेती से सिज्जू बाबू की आमदनी लाखों में पहुंच गयी जिसकी कल्पना भी हमें नहीं थी! गांव में एक कहावत है कि-उत्तम खेती, मध्यम बाननिषिद्ध चाकरी, भीख निदान।इसका अर्थ है सबसे अच्छी खेती उसके बाद व्यापार, दूसरे की नौकरी कभी ना करो भले ही भीख मांगनी पड़े।#इस_लेख_में जो तस्वीर आप देख रहे हैं। यह तस्वीर है मेरे ही गांव...
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