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मुंबई छोड़कर व्यवसायिक खेती के मैदान में उतर पड़े अविनाश शर्मा India Uttar Pradesh 

मुंबई छोड़कर व्यवसायिक खेती के मैदान में उतर पड़े अविनाश शर्मा

-देश में मात्र 35% ज़मीन का ही उपयोग व्यवसायिक खेती के लिए, किसान बेहतरी के लिए इसे अपनाएं अजय शर्मा बाबा/ देवरिया, उप्र आज मैं आप सभी से अविनाश शर्मा जी की बात करने जा रहा हूं। अविनाश जी ग्राम कौआडील जनपद गोरखपुर उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं आपका गांव पूर्वी उत्तरप्रदेश के स्वजातियों का बेहद प्रतिष्ठित गांव है ।...
सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं Delhi India 

सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं

लेखिका: अनामिका राजे/नई दिल्ली योग चर्चा: अनिद्रा/तनाव उपचार विशेषांक, भाग-३ #‘ॐ अगस्ती शायिनः ।’ भावार्थ : हे ईश्वर, निद्रा प्रदान करें। योग गुरू दीपक चोपड़ा सिखाते हैं कि सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं। अतिसक्रिय (hyperactive) मन वालों के विचारों को विराम देते हुए प्रशांतिपूर्ण गहरी नींद में सहायक।भाग-3 लेकर पुनः उपस्थित हुई हूँ इस संकल्प...
इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय Bihar Delhi 

इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय

अवधेश राय/कटिहार-नई दिल्ली लेख को अवश्य ही गहराई से पढ़ते हुए मनन करें, क्योंकि यह हर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा हुआ है कर्म ही जीवन है और अकर्मण्यता मृत्यु। जहां कर्म है, वहीं गति है और गति से ही जीवन है। कर्मशील बने रहने में ही कर्मयोगी की सार्थकता है। संसार में जन्म लेकर कोई भी प्राणी बिना कर्म...
आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे? Uttar Pradesh 

आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे?

…और खेती से सिज्जू बाबू की आमदनी लाखों में पहुंच गयी जिसकी कल्पना भी हमें नहीं थी! गांव में एक कहावत है कि-उत्तम खेती, मध्यम बाननिषिद्ध चाकरी, भीख निदान।इसका अर्थ है सबसे अच्छी खेती उसके बाद व्यापार, दूसरे की नौकरी कभी ना करो भले ही भीख मांगनी पड़े।#इस_लेख_में जो तस्वीर आप देख रहे हैं। यह तस्वीर है मेरे ही गांव...
1981 से भी पहले से मनायी जा रही है पं. राजकुमार शुक्ल की जयंती Uncategorized 

1981 से भी पहले से मनायी जा रही है पं. राजकुमार शुक्ल की जयंती

आज भी लोगों से पंडित राजकुमार शुक्ल को लोगों से रूबरू कराने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं उनके नाती श्री रबि भूषण जी। लेखक: एस एन शर्मा/ पटना जब पंडित राजकुमार शुक्ल की जन्म तिथि सन 1981 में पटना के मसहूर परिसर रवीन्द्र भवन में बडे ही धूम धाम से मनाई गई थी। उस ऐतिहासिक मौके पर मुख्य...
मेरा पिंडी गांव: बेशक़ लोग बाहर हैं पर गांव का सौंदर्य और निखरा है India Uttar Pradesh 

मेरा पिंडी गांव: बेशक़ लोग बाहर हैं पर गांव का सौंदर्य और निखरा है

लेखक : पं. अनिल शर्मा, भारतीय थल सेना, अहमदनगर, महाराष्ट्र “भारतीय गांव की कहानी “: पिंडी, जिला देवरिया (यू पी) आपने पिंडी गाँव का नाम जरूर सुना होगा जो उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया की तहसील सलेमपुर, थाना लार के मातहत आता है, जो कि पावन सलिला सरयू के तट पर बसा हुआ पतिहा ब्राह्मणों का गांव है। इस गांव...