बाजार में जब जबरन मुझे किताबें दी तो चौंक पड़ी
जब मैंने ये स्पष्ट किया कि यह तो बाइबल है और मुझे यह नहीं चाहिए तब उन्होंने किताब लेने से इनकार कर दिया, कई बार रिक्वेस्ट करने पर भी जब उन्होंने किताब वापस नहीं ली तब मैं उससे घर ले आयी क्यूँकि मेरी चेतना ने मुझे इजाज़त नहीं दी कि मैं किसी धार्मिक ग्रंथ का अपमान कर उसे कहीं भी...