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मंथन की पहली परिकल्पना मुंबई में हुई थी India Maharashtra 

मंथन की पहली परिकल्पना मुंबई में हुई थी

Brahmbattworld का मेरे 5 वर्षों का अनुभव (पहली किश्त) BBW से जुड़ने के बाद मुझमें जो पहला परिवर्तन आया वो यह था कि मैं लिखने लगा वो भी हिंदी में, और यह अभी भी जारी है, शुक्रिया BBW देवरथ कुमार/नवी मुंबई सभी बड़ों को सादर प्रणाम और मित्रों को नमस्कार। Facebook से मैं जुलाई, 2010 से जुड़ा हूँ, पर Brahmbhattworld से...
इतनों से दोस्ती-रिश्ते कैसे निभाते, फेसबुक पर बहुत सारे पुरुष-महिलाएं फ्रेंड कैसे बन गए? Uncategorized 

इतनों से दोस्ती-रिश्ते कैसे निभाते, फेसबुक पर बहुत सारे पुरुष-महिलाएं फ्रेंड कैसे बन गए?

क्या आप रोज उनसे बात करते?नियमित बात न करने पर भी रिश्ते इतने मजबूत कैसे? 28 November 2014 को फसबुक के brahmbhattworld group पर प्रकाशित लेख: मैंने लोगों को ईमानदार दोस्त और निष्कपट रिश्तेदारों के लिए तरसते देखा है… पर मेरे सामने ऐसी दिक्कत कभी नहीं आई…इस कड़ी में सबसे पहले मुंबई के Suresh Sharma जी का जिक्र करुंगा जो...
ब्रह्मभट्टवर्ल्ड की एडमिन टीम में कौन-कौन हैं? Delhi India 

ब्रह्मभट्टवर्ल्ड की एडमिन टीम में कौन-कौन हैं?

एडमिन टीम में समय-समय पर इसमें बदलाव भी होते रहे हैं. अभी एडमिन में रॉय तपन भारती, देवरथ कुमार, रंजना रॉय, रेखा रॉय, राकेश शर्माजी, प्रियंका रॉय, अमिता शर्मा, आलोक शर्मा, हरिओम प्रसाद भट्ट, त्रिपुरारी राय और श्री पीयूष राय हैं.    फेसबुक पर ब्रह्मभट्टवर्ल्ड ग्रुप के बहुत सदस्य अक्सर एडमिन टीम के विषय में उत्सुक रहते हैं. समय-समय पर इसमें बदलाव भी...
लाखों में सबसे प्यारा है एक गांव हमारा: भरथुआ Uncategorized 

लाखों में सबसे प्यारा है एक गांव हमारा: भरथुआ

याद आती है गांव की वो कच्ची सड़के किसी के महल तो किसी के खपरैल और फुस की मकान। याद आती है वो घर का दही-चूड़ा, खेसारी की साग, आम लीची के पेड़ और हरे भरे खेत-खलिहान। याद आती है वो नमोनाथ बाबा का मंदिर, जिसका इतिहास में भी है दास्तान। जहां साक्षात शिव-शंकर बसते हैं, इस बात का है ठोस प्रमाण।।...
जागृति आई है लोग बढ़-चढ़ कर समाज सेवा करना चाहते: राजीव शर्मा Delhi India 

जागृति आई है लोग बढ़-चढ़ कर समाज सेवा करना चाहते: राजीव शर्मा

दुमका में रेवती नन्दन चौधरी ने मुझे लगभग 20 लोगों से मिलवाया, मनोज कुमार राय ,पंकज कुमार महाराज, विनोद सारस्वत, मणिकांत राय, स्व पंडित ललन महाराज के पूरे परिवार से,अरूण राय वकील साहब से एवं और सारे लोगों से जो समाजिक हैं और समाज के उत्थान मे भागीदारी करना चाहते हैं। लेखक: राजीव शर्मा, सदस्य, ब्रह्मभट्टवर्ल्ड दिल्ली मंथन समिति, नजफगढ, दिल्ली....
समझौता करो, नजरअंदाज करो, जाने दो,अरे छोड़ो भी India Maharashtra 

समझौता करो, नजरअंदाज करो, जाने दो,अरे छोड़ो भी

यदि एक स्त्री किसी भी बात का विरोध नही कर रही ,तकलीफ होते हुए भी तो ये उसका प्यार है अगले के प्रति ,,,भावुकता में आंसू भरकर लम्बी सांस लेकर आंसुओ को सूखा लेती है तो ये अगले की जीत नही हार है । किरण शर्मा/मुंबई #कब तक आखिर #कब तक हम झेले? कब तक चुप रहे कब तक न...
टीवी एंकर रमेश भट्ट क्यों उतरे राजनीति के अखाड़े में? Delhi India 

टीवी एंकर रमेश भट्ट क्यों उतरे राजनीति के अखाड़े में?

ओज से दीप्त इस उत्तराखंडी को मैंने एक पूर्ण समर्पित पत्रकार के रूप में पाया. पिछले 13 वर्षों के टीवी अनुभव के दौरान मैने जिन एंकरों को देखा उनमें रमेश अपनी ओजस्वी वाणी और समर्पण के लिहाज से मेरी किताब में पहली पायदान पर रहा है. Written by:  Padampati Padam, varanasi यदि यह कहूं कि मैं पूर्वजन्म पर विश्वास करता...
क्या फेसबुक ग्रुप के लिए यह सब संभव है? Uncategorized 

क्या फेसबुक ग्रुप के लिए यह सब संभव है?

लोकतंत्र में एक ही समाज के अनगिनत ग्रुप हो सकते हैं। जैसे मोदी समर्थकों के सैकड़ों ग्रुप चल रहे हैं। जैसे अख़बारों पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती वैसे ही फेसबुक ग्रुप के सृजन को रोका नहीं जा सकता।   1. नम्र निवेदन है कि पहले किसी भी लेख या पोस्ट को समग्र रूप से पढ़कर समझें फिर अपना मंतव्य...
लीक से हटकर नया काम करना आसान नहीं होता: ROY TAPAN Delhi India 

लीक से हटकर नया काम करना आसान नहीं होता: ROY TAPAN

जिस शहर में यह मिलन समारोह होता वहाँ अपने समाज की उत्साही टीम इसके आयोजन का जिम्मा संभालती…आयोजन टीम के हर सदस्य की सलाह सुनी जाती, सब मिलकर आयोजन की जिम्मेवारी संभालते…इस प्रोग्राम में हम सब मेजबान होने के बावजूद अपने अपने परिवार के सदस्यों का निबंधन भी कराते…यानी हम सब मेजबान भी हैं और मंथन के प्रतिभागी भी… Written...
पहले समझते थे कि राजकुमार शुक्ल भूमिहार थे परंतु बाद में पता चला कि वे ब्रह्मभट्ट थे: संजय पासवान Bihar India 

पहले समझते थे कि राजकुमार शुक्ल भूमिहार थे परंतु बाद में पता चला कि वे ब्रह्मभट्ट थे: संजय पासवान

पहली बार संस्थान ने साहित्य के क्षेत्र में स्व.भूपेंद्र अबोध (मरणोपरांत), पत्रकारिता के क्षेत्र में श्री नवेन्दु सिन्हा, कला क्षेत्र में पं. ललन महाराज (मरणोपरांत) एवं सामाजिक कार्य के क्षेत्र में स्व. शशिभूषण राय (मरणोपरांत) को सम्मानित करने का निर्णय लिया राम सुंदर दसौंधी/PATNA पं. राज कुमार शुक्ल स्मृति संस्थान की ओर से राजेश भट्ट एवं अंबरीश कांत महाराज जी...