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नीलम देवी: पहले पति खोया अब जख्मी होने पर नौकरी गई Uncategorized 

नीलम देवी: पहले पति खोया अब जख्मी होने पर नौकरी गई

नीलम देवी: पहले पति खोया अब जख्मी होने पर नौकरी गईविपत्ति अकेले नहीं आती है।विगत 23 सितंबर 2019 को मोटरसाइकिल दुर्घटना में नीलम के हाथ व नाक में फ्रैक्चर हो गया है और वह वह श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। इनको ठीक होने में समय लगेगा और इलाज के खर्च के लिए कोई साधन भी नहीं है।

मुजफ्फरपुर जिले के भरथुआ गांव की निवासी नीलम देवी का विवाह वाराणसी के पास चंदौली निवासी बेचन महाराज जी के पुत्र संतोष शर्मा से हुई थी। इस दंपत्ति को दो पुत्री और एक पुत्र हुए। जीवन की गाड़ी चल रही थी।
इस बीच दुखद घटना हो गई।दो वर्ष पहले नीलम के पति संजय शर्मा की मृत्यु कैंसर रोग के कारण हो गई। नीलम के ससुराल में जीविकोपार्जन का कोई साधन नहीं रहने के कारण वह मुजफ्फरपुर के बालू घाट में अपने मायके वालों के पास किराया का घर लेकर रहने लगी और आसपास के लोगों के मदद से अपने 18 और 12 वर्ष की बेटियों और एक छोटा बेटे के साथ किसी प्रकार से निर्वाह कर रही थी।
कहते हैं कि विपत्ति अकेले नहीं आती है। विगत 23 सितंबर 2019 को मोटरसाइकिल दुर्घटना में नीलम के हाथ व नाक में फ्रैक्चर हो गया है और वह वह श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। इनको ठीक होने में समय लगेगा और इलाज के खर्च के लिए कोई साधन भी नहीं है। रोजी रोटी के लिए पास अब नौकरी भी नहीं है।
इन्होंने ब्रह्मभट्टवर्ल्ड चैरिटेबल ट्रस्ट को सहायता प्रदान करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है । इनके आवेदन व अस्पताल के पुर्जा के साथ अस्पताल के बेड से इनका विडियो रिकॉर्डिंग के द्वारा किया गया अनुरोध भी पोस्ट किया जा रहा है।
ट्रस्ट इस दुखियारी महिला को आर्थिक सहायता प्रदान करना चाहती है परन्तु इस मद में ट्रस्ट के पास राशि का अभाव है।
अतः इस ग्रुप के सदस्यों से अपील है कि ट्रस्ट के खाते में सहयोग राशि जमा कराने का कष्ट करें ताकि इस दुखियारी महिला को समय पर आर्थिक सहयोग करना संभव हो सके।

ट्रस्ट के बैंक खाते का विवरण निम्नांकित है:-
ACCOUNT : BRAHMBHATTWORLD CHARITABLE TRUSTICICI Bank
AC No: 015605013390
IFSC CODE: ICIC0000156
BRANCH : Hosur Main
दान राशि जमा करने के बाद आप अपना नाम, पूर्ण पता, फोन नंबर, जमा राशि, payment reference number, किस शहर में जमा किया, Brahmbhattworld@gmail.com पर ईमेल या
हमारे कोषाध्यक्ष पंकज कुमार रॉय को What’s App +919500936357 कर सकते हैं I
निवेदक ….राम सुन्दर दसौंधी,ट्रस्टी,ब्रह्मभट्टवर्ल्ड चैरिटेबल ट्रस्ट

जरा सोचिए…

सच बोलने और लिखना आज की तारीख मेँ बहुत कठिन है। पर वह बात जिससे किसी के अहं को ठेस न पहुंचे और किसी का निजी स्वार्थ न हो तो बताने में कोई हर्ज नहीं।

आप सब पिछ्ले 8 साल से BBW से मांग कर रहे थे कि समाज में नेक काम के लिए ट्रस्ट बनाइये, हम सब मदद को तैयार हैं। ब्रह्मभट्टवर्ल्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का सृजन 8 महीने पहले जब हुआ तो इस ग्रुप में हजारों स्वजनों ने तालियाँ बजाई, अच्छा कदम बताया और थोक में बधाई दी। हम भी खुश हुए कि अब तो समाज के पीड़ित और कमजोर के लिये आसानी से सबके सहयोग से थोडा थोड़ा दान ट्रस्ट के खाते में एकत्र कर नेक काम कर लेंगे।

BBW CHARITABLE TRUST के पास इस साल जून में सबसे पहला आवेदन मिश्रोली गांव, चंपारण, बिहार से पिंकी देवी का आया। सड़क हादसे में उसके ओटो ड्राइवर की मौत होने से बेसहारा हो गई। उसके खाते में 1 रुपया नहीं। ऐडमिन, ट्रस्टी और कुछ BBW सदस्यों के सहयोग से ट्रस्ट के खाते में राशि आई तो एक लाख रुपये और एक सिलाई मशीन एडमिन एडवोकेट राकेश शर्मा के हाथों पिन्की देवी तक ट्रस्ट ने भिजवाया। तब खूब तालियाँ बजी। लोगों ने कहा, अनुकरणीय कार्य।

फ़िर हजारीबाग के समाजसेवी और सोशल मीडिया लेखक सूरज राय के मार्फत अगस्त में खबर मिली कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की मीनाक्षी भट्ट को ब्रेन के आपरेशन के लिए एक लाख रुपये की तत्काल मदद की जरूरत है। इस पर ट्रस्टी और एडमिन बंगलोर वासी राजीब राय ने व्यक्तिगत रूप से दिलचस्पी ली और अपने घर व मित्रों व एक ट्रस्टी की मदद से एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल वेल्ल्लोर के उस अस्पताल तक पहुंचा दी गयी जहां मीनाक्षी का आपरेशन हो रहा था। इस आपात मदद से पटना वासी व स्वाभिमान ग्रुप के एडमिन उदय जी व अन्य बहुत लोग खुश हुए।

इसी तरह झारखंड से समाजसेवी गोरखनाथ शर्मा जी के मार्फत 9 सितंबर को विधवा लखी देवी के इकलौते पुत्र का निधन होने से वह बेसहारा हो गयी है तो ट्रस्ट ने तत्काल 25 हजार रुपये उनके भिजवाया। गोरख जी की अपील पर इस महिला को हर तरफ से लगभग 70-80 हजार की और मदद पहुँची।

इधर 29 सितंबर को मुजफ्फरपुर सेव BBW Trust के पास नीलम देवी का आवेदन आया कि दो साल पहले कैन्सर होने से पति की मौत हो गई। पति का गांव वाराणसी के पास था। एक माल में छोटी नौकरी कर वह अपना दो बेटियों और एक पुत्र के परिवार का गुजारा कर रही थी। तभी एक सड़क दुर्घटना में उनके हाथ और नाक का फ्रैकचर हो गया जिस कारण नीलम नौकरी नहीं कर सकेंगी कुछ महीनों तक। परिवार भयानक संकट में। ट्रस्टी रामसुंदर दसौंधी अंकल ने BBW group से नीलम के लिए अपील की पर 50 हजार बमुश्किल जुटा। इसमें भी दो ट्रस्टी और 2 ऐडमिन परिवार का योगदान था। हम चाह कर भी नीलम के लिए एक लाख इकट्ठा नहीं कर पाये।

आखिर BBW group अपने चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए समाज के कमजोर परिवार की संकट आने पर मदद कैसे करे?

आप सभी दुर्गा पूजा में व्यस्त हैं। यह नारी शक्ति की पूजा का उत्सव है पर नीलम जैसी अबला नारी की रक्षा कौन करेगा? नीलम खुद नहीं समझ पा रही है किबईश्वर ने उसे इतनी मुसीबत कीं दी? वह अकेले जिन्दगी से नहीं लड़ सकती। क्या BBW group के 15 हजार सदस्यों में केवल 150 लोगों का ही कर्त्तव्य है कि परेशान और कमजोर की मदद करें? क्या अन्य सारे लोग 1 किसी भले काम के लिए दान करने में एकदम लाचार हैं?

आखिर ब्रह्मभट्टवर्ल्ड चैरिटेबल ट्रस्ट को सशक्त कैसे बनाया जाए? बिना फंड कोई भी काम संभव नहीं। और कुछ ही परिवार दान करें और शेष जवाबदेही से मुक्त यह भी सही नहीं। आखिरकार इस ग्रुप का लाभ तो अलग अलग तरीके से आधितर को मिल ही रहा है। अगर लाभ न भी मिले तो मानवीयता क्या है? क्या नीलम देवी जैसी कमजोर की मदद कठिन है या घर घर जाकर खुशहाल और संपन्न समुदाय को समझाना होगा?

चुप मत रहिए। कुछ तो मानवता के नाम पर कहिये, आगे बढिये और सुझाव दीजिय। युवक भी आगे आएं।

आशा है आप मेरे सवालों का जवाब जरूर देंगे?

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