जब परसुरामपुर आकर परिवार का गम बांटा रिश्तेदारों ने
-मेरी मां से खुलासा हुआ कि दिल्ली के पत्रकार तपन जी तो अपने करीबी रिश्तेदार हैं यूँ तो पिताजी की जगह हमेशा के लिए खाली हो गयी। पर पिताजी स्वजनों के बीच अमर रहेगें। वे प्रतापगढ़ भट्ट सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रहे। लोग उनकी जिंदादिली और खुले विचारों की तारीफ अब भी करतेे हैं। रेखा राय/ प्रतापगढ़ से लौटकर चेन्नई...