लगा, उपन्यास का हीरो मेरे सामने है: उमा राय
मुझे लगा, किसी उपन्यास का हीरा जीवंत हो मेरे सामने आया है। एक समझदार, मेरी सोच से अधिक सुन्दर, स्नेही, दयालु, क्षमाशील तथा सम्मान देने वाले मधुर स्वभाव के व्यक्ति मुझे मिले। उमा राय, पत्नी- श्री यू के राय, पूर्व आईएएस अधिकारी आज के दिन 48 साल पहले दिनांक 1जून 1969 को मेरी जिंदगी में सारे जहाँ की खुशियां एक...