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नवहट्टा गाँव के लोग आर्थिक रूप से सबल-आत्मनिर्भर Bihar India 

नवहट्टा गाँव के लोग आर्थिक रूप से सबल-आत्मनिर्भर

नवहट्टा के  हनुमान मंदिर की विशेषता है कि आप जो भी मनोकामना निश्छल भाव से मांगेंगे अवश्य पूरी होगी | मंदिर स्थापना काल से ही हमारे परिवार पर भी हनुमान जी की महती कृपा रही है | स्वजाति में उस वक्त मंदिर स्थापना एक गर्व की बात होती थी |

Tripurari Roy Brahmbhatta/Saharsa
आज रामनवमी का पावन दिन है | आज ही के दिन (नवमी तिथि को) वर्ष-1982 ई. को हमारे दादाजी पंडित सहदेव कवि ने अपने करकमलों द्वारा हनुमान जी की एक मंदिर स्थापित किए थे | मंदिर में श्री हनुमान जी की संगमरमर की लगभग 4 फीट की प्रतिमा है | इस प्रतिमा को जयपुर (राजस्थान) से लाया गया था | तब से अब तक प्रतिवर्ष हमलोगों का गाँव में आकर मंदिर प्रांगण में ध्वजारोहण के साथ-साथ पूरी निष्ठा से श्री हनुमत्पूजन की जा रही है | वर्तमान में इस मदिर के मुख्य पुजारी श्री बमबम पंडा हैं | मंदिर की देख-रेख इन्हीं के जिम्मे है | इस मंदिर की विशेषता है कि आप जो भी मनोकामना निश्छल भाव से मांगेंगे अवश्य पूरी होगी | मंदिर स्थापना काल से ही हमारे परिवार पर भी श्री हनुमान जी की महती कृपा रही है | अपने स्वजाति में उस वक्त मंदिर स्थापना एक गर्व की बात होती थी |
जब गाँव की बात चल पड़ी है तो मैं अपने गाँव नवहट्टा का परिचय कराता हूँ | मूलतः नवहट्टा गाँव की आबादी लगभग 50 हजार की होगी | गाँव के चारों किनारे पर भव्य मंदिर है | कुछ अंकुरित महादेव के मदिर हैं जैसे ‘राजेश्वर मंदिर’, ‘देवनवन मंदिर’ तो कुछ देवी के अंकुरित मंदिर जैसे ‘ढोलमन’ तथा अन्य स्थापित मंदिर जैसे महादेव के ‘बद्नेश्वर मंदिर’, ‘रामजानकी ठाकुरबाड़ी’ ‘मंध्यान्दास बाबा मंदिर’, दुर्गा मंदिर, हनुमान मंदिर, पार्वती मंदिर, माँ गायत्री मंदिर, सरस्वती मंदिर, भैरव मंदिर आदि | यहाँ दुर्गास्थान भी है जिसे यहाँ के एक NRI मिश्रा बंधू द्वारा बनवाया जा रहा है जिसका मॉडल दिल्ली के अक्षरधाम के तर्ज पर बनाया जा रहा है | अपने स्वजाति का एक और मंदिर है जो काली माता को समर्पित है | इस मंदिर का निर्माण श्री नागेश्वर महाराज ने किया है जो कि रिटायर्ड फौजी है | अपने स्वजाति का एक तालाव भी है जिसके किनारे ही ये काली मंदिर शुशोभित है | इसमें प्रतिष्ठित माँ काली की प्रतिमा इसी तालाब से निकाले गए हैं | आपको जानकार आश्चर्य होगा कि ये भी सर्वमनोकामना पूर्ण देवी है | इस मंदिर के पुजारी भी अपने स्वजाति के हैं जिनका नाम श्री राधेश्याम महाराज है |
नवहट्टा, सहरसा जिला के अंतर्गत दस प्रखंडों में एक विकसित प्रखंड है | नवहट्टा प्रखंड की जनसंख्याँ लगभग 1.5 लाख है | इस प्रखंड में दस पंचायत है | कुछ पंचायत कोशी नदी के गर्भ में है कुछ कोशी नदी से बाहर है | नवहट्टा कोशी नदी के बाहर अवस्थित गाँव है | प्रसिद्द कोशी बैराज और नेपाल देश यहाँ से मात्र 100 km की दूरी पर है |
यहाँ के लोग आर्थिक रूप से सबल और आत्मनिर्भर हैं | सरकारी और निजी क्षेत्र के अतिरिक्त यहाँ के लोग खेती भी खूब करते हैं | यह क्षेत्र मिथिला का कहलाता है | यहाँ पान-माछ-मखान की प्रसिद्धि है | यहाँ मखाना की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है | मखाना के अतिरिक्त देशी और विदेशी नश्ल के मछलियों का भी उत्पादन किया जाता है | गरमा और अगहनी धान, मकई, मूंग, गेहूं (अल्पमात्रा में) आदि की भी खेती की जाती है |
शिक्षा के क्षेत्र में भी यहाँ सरस्वती का वास है | यहाँ पूर्व प्राथमिक से लेकर प्लस टू तक के सरकारी विद्यालय हैं | गाँव के 10 km की दूरी पर महाविद्यालय भी है | कई गैर सरकारी और निजी विद्यालय भी हैं जिसमें अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई होती है | गाँव की सभी सड़कें पक्की और नालियों सहित निर्मित है | मुख्य सड़कें जो सहरसा को जोडती है पक्की है | सहरसा से नवहट्टा की दूरी 22 km है जिसे निजी वाहन द्वारा 30 मिनट से कम समय में तय की जा सकती है | लगभग 90% घर पक्के के हैं | कई NGO भी यहाँ कार्यरत हैं | गाँव में 22-23 घंटे की विद्युत् आपूर्ति की जाती है | यहाँ विदुत सब-स्टेशन, पेट्रोल पम्प, सुव्यवस्थित सरकारी और निजी चिकित्सालय, एक्सरे और पैथोलोजी सेंटर के अलावे बड़ा बाज़ार भी है |
अपने स्वजाति के यहाँ पर लगभग 30 घर हैं | लगभग 50% स्वजाति सरकारी सेवा में हैं | शेष निजी सेक्टर, स्वयं के व्यवसाय अथवा खेती करते हैं | यहाँ के कई लोग दिल्ली, नोएडा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल आदि पूर्वोत्तर राज्यों के बड़े शहरों के अतिरिक्त विदेश यथा अमेरिका, सऊदी अरब में सफल निजी व्यवसाय कर रहे हैं | नवहट्टा के कुछ स्वर्गीय हो चुके व्यक्तित्व में प्रमुख हैं- स्व. पंडित सहदेव कवि, स्व. गुलाब महाराज, स्व. सुधीर महाराज आदि | वर्तमान में कुछ प्रखर व्यकतित्व हैं- श्री रुद्रदेव राय, श्री चंद्रदेव राय, श्री नारायण महाराज, श्री इंदु महाराज, श्री शत्रुघ्न महाराज, श्री गिरीश महाराज आदि | युवा व्यवसाई में श्री संजीव राय, गुजरात के अंकलेश्वर में अपनी निजी कंपनी चला रहे हैं | मेरे छोटे भाई श्री अजित राय यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया में ब्रांच मेनेजर हैं |मेरे छोटे भाई सुमन राय, रमण राय, अमित चंचल, प्रभात कुंदन आदि भी निजी क्षेत्र में अच्छी मुकाम हासिल कर चुके हैं | श्री आशीष राय भी पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत हैं | बशिस्ठ कुमार न्यू जर्शी, अमेरिका में IBM के प्रोजेक्ट मनेजर हैं | मेरी पत्नी श्रीमती पूजा पाण्डेय, सहरसा में The Plus Education नाम से निजी विद्यालय चला रहीं हैं | और भी कई युवा जैसे स्व. सुधीर महाराज जी के चारों सुपुत्र रविशंकर कुमार, मणिशंकर कुमार, प्रेमशंकर, अजय शंकर निजी क्षेत्र के कंपनियों में अपनी लोहा मनवा चुके हैं | श्री नारायण महाराज के पुत्र अमित और सुमित जो कि क्रमशः न्यूयार्क और सिंगापूर में प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत हैं | कई ऐसे युवा हैं जो अच्छे-अच्छे पद पर देश ही नहीं विदेश में भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं | कुल मिलाकर मेरा गाँव एक समृद्ध गाँव में से एक है | इस आलेख पर अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया अवश्य दें |

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