मंथन : एक कदम, एकता की ओर
आप ग्रुप के सभी अपनों को शुभकामनाएं, नमन।
रांची मंथन: एक कदम एकता तथा सफलता की ओर।
अंजना शर्मा/ Gorakhpur
रांची मंथन पटना से भी ज्यादा सफल हो, इन्ही शुभकामनाओं के साथ।
एक झलक पटना मंथन की•••
उस खुशी को गाए जाती हूँ,
सुन सको तो आकर सुन लो तुम,
मैं गीत बनाये जाती हूँ।
जो कल तक बेगाने थे वो अपने हैं।
ये बात भूला न पाती हूँ,
अपनों के अपनापन का ये सार,
समझाये जाती हूँ।
आखिर मंथन क्यूं जरुरी है क्योंकि मंथन प्यार का स्नेह का रिश्तों का विचार का परिमार्जित रूप है जो रिश्तों में निखार लाता।
2016 की याद•••
राय तपन जी की सोच,
रामसुंदर जी के विचार,
राकेश नंदन जी का साथ,
ज्ञान जी की व्यवस्था,
धर्मेंद्र जी का संचालन,
राकेश शर्मा जी की सलाह ने,
मंथन को नव आयाम दिया।
देवरथ जी का मंच, रंजनाजी की आवाज।
मनन जी के प्रयास,
अकेलाजी के सुर, गोस्वामीजी की धुन,
सुर श्याम सपनों में आये ने मन्थन को रंगो में
डुबो दिया पर हम महिलाएं कम नहीं।
विनीता का मंच, अंजना के ब्यंग,
अमिता की बात, क्यूँ महिला को ही,
सशक्त होने की जरुरत क्या कहने।
प्रियंकाजी का हुनर, भारती की ओजपूर्ण ,
अभिब्यक्ति ने मंथन को दिशा दिया।
पुष्पा की शालीनता, सुमन की शायरी,
प्रार्थना की प्रस्तुति सरिता के सुर ने मंथन में
जान डाल दिया।
रामसुंदर जी के विचार,
राकेश नंदन जी का साथ,
ज्ञान जी की व्यवस्था,
धर्मेंद्र जी का संचालन,
राकेश शर्मा जी की सलाह ने,
मंथन को नव आयाम दिया।
देवरथ जी का मंच, रंजनाजी की आवाज।
मनन जी के प्रयास,
अकेलाजी के सुर, गोस्वामीजी की धुन,
सुर श्याम सपनों में आये ने मन्थन को रंगो में
डुबो दिया पर हम महिलाएं कम नहीं।
विनीता का मंच, अंजना के ब्यंग,
अमिता की बात, क्यूँ महिला को ही,
सशक्त होने की जरुरत क्या कहने।
प्रियंकाजी का हुनर, भारती की ओजपूर्ण ,
अभिब्यक्ति ने मंथन को दिशा दिया।
पुष्पा की शालीनता, सुमन की शायरी,
प्रार्थना की प्रस्तुति सरिता के सुर ने मंथन में
जान डाल दिया।
आप अनेकों और अपने ग्रुप के सक्रिय सदस्य उस समय मैं परिचित नहीं थी सबसे माफी चाहती।
जैसे नवीनजी…
comments on BBW group of Faceboook…
Geeta Bhatt: सुन्दर व्याख्या
Amita Sharma: बहुत खूब👌
Ram Sundar Dasaundhi: बेहतरीन प्रस्तुति
Anjana Sharma: कुछ तो मजबूरियां रही होगी वर्ना यूं कोई बेवफा नहीं होता।
Amod Kumar Sharma: बहुत ही अच्छी प्रस्तुति।
Ssangeeta Tiwari: बहुत खूब Anjana Sharmaजी, आपने कमाल का लिखा है। आपकी निश्छलता ,चुलबुलापन और उन्मुक्त हंसी के हम कायल हो चुके है। गर्मी की छुट्टियों का इंतजार है जब आपसे मुलाकात होगी।
Deorath Kumar: वाह-वाह, क्या ख़ूब लिखा आपने।
Gyan Jyoti: अंजना जी, आपकी पटना मंथन की विवेचना बहुत ही सुंदर। आपने जो महसूस किया वो आपने अच्छे शब्दों मे पिरोया है। पटना मंथन अपने समाज की अनोखी पहली सोच थी एवं इसकी सफलता ने एक नई मिसाल समाज के सामने पेश की। आप लोगो के सहयोग एवं आने से ही सफल हो सका। बधाऐ एवं अड़चने बहुत झेलने पड़े थे, आयोजन के दौरान। हमारी पटना टीम ने मुझे पुरा सहयोग की थी।
मै सभी को आभारी हुं, जिसने मुझे सहयोग किया था। इसकी अगली कड़ी राची मे आयोजित है। मै आयोजको को सफलता की शुभकामना देता हुं। मै रांची मंथन मे आप लोगो से मिलूंगा।
Niraj Bhatt; बहुत खुब आदरणिया अंजना जी।
Ranjan Kumar: Excellent
Suman Rai: आप अपनी कविताओं में अपना पूरा प्यार डाल देती है आपकी कवितायें दिल को छू जाती है आप अपनी प्यारी सी मुस्कान के साथ हमे जल्दी ही कही मिले ….यही अभिलाषा है
Priyanka Roy: वाह, सुंदर भाव्यक्ति
Deepak Maharaj बहुत अच्छी रचना एवं सुंदर लेख अंजना मैम।