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हम मेट्रो का निर्माण भी करते हैं: समीर शर्मा Delhi India 

हम मेट्रो का निर्माण भी करते हैं: समीर शर्मा

दिल्ली-कोलकाता में मेट्रो स्टेशनों के निर्माण में समीर शर्मा की कंपनी का उल्लेखनीय योगदान
-समीर शर्मा की एसएस एसएस कंस्ट्रक्शन कंपनी में विकास की रफ्तार 35 फीसदी सालाना
-गोधना, बेगूसराय, बिहार निवासी समीर की कंपनी में कुल 100 कर्मचारी, इनमें 10 ब्रह्मभट्ट भी
 
लेख़क: राय तपन भारती/नई दिल्ली
-अगर कोई अच्छी नौकरी में आता है तो केवल एक परिवार का भला होता है। पर कोई बिजनेस में सफल होता है तो दो से लेकर सैकड़ों लोगों को सीधा रोजगार मिलता है। ऐसे रोजगार से बहुत सारे घरों में खुशहाली आती है। ऐसे लोगों से मिलकर इन पंक्तियों के लेखक पत्रकार Roy Tapan Bharati को बहुत खुशी होती है।
 
आप सबमें बहुतों को पता है कि मुंबई के आयकर अधिकारी Deorath Kumar से मेरा बेहद करीबी संबंध है। पिछले तीन चार सालों में देवरथजी ने गोधना निवासी Sameer Sharma, जिनकी दिल्ली में SS SS Construction company है, के बारे में अनेक बार चर्चा की। उससे मेरे मन में समीर के बारे में धारणा बनी की कि वह एक नेक इंसान हैं और उनकी वजह से ब्रह्मभट्ट समेत सौ लोगों को सीधा रोजगार मिला।
 
-पर उनकी सफलता की कहानी आसान रास्ते के बजाय कठिन गलियारे से गुजरी। कल 27 जनवरी की रात में समीर शर्मा की SS SS CONSTRUCTION Company की दसवीं वर्षगाँठ थी। इस मौके पर मैं, मुंबई के Deorath Kumarth और उनकी पत्नी Bindu Kumari, बिन्दु के छोटे भाई Abhishek Kumar के अलावा कंपनी के सभी स्टाफ और बहुतेरे मित्र भी आमंत्रित थे। इस मौके पर कंपनी का एचआर विभाग संभाल रहीं समीर की बड़ी भाभी Nilu Sharma भी मिलीं। Nilu और समीर की पत्नी अदिती दोनों मिलकर मंच का सफल संचालन कर रहीं थीं। इस मौके पर Abhishek के बड़े भाई Sanjeet Kumar, जो इस कंपनी में दस साल से प्रोजेक्ट मैनेजर हैं, भी मौजूद थे।
 
-समीर ने बताया कि उनकी जिंदगी और कंपनी दोनों में बहुत उतार चढ़ाव आया पर Deorath Kumar समेत चंद मित्रों ने जबरदस्त साथ दिया। वैसे समीर देवरथजी के साले भी लगते हैं। समीर के खून में बिजनेस का रग बचपन से ही था। पिता Shri Sharma Nand Maharaj बीड़ी कंपनियों का तेंदूपत्ता बेचते थे। पर समीर ने दस साल पहले महज डेढ़ लाख से SS SS CONSTRUCTION COMPANY शुरू कर दी। समीर बताते हैं कि उनकी कंपनी कई उतार-चढ़ाव से गुजरी। बुरे दौर से बाहर निकालने में उनकी पत्नी अदिति ने जबरदस्त साथ दिया। विषम परिस्थिति में देवरथ भी सच्चे दोस्त की तरह साथ हमेशा खड़े रहे।
 
-दिल्ली मेट्रो में निरंतर स्टेशनों और रेल लाइन का विस्तार समीर की कंपनी के लिए वरदान साबित हुआ। शुरू में कंपनी में केवल दस लोग थे। 35 फीसदी की रफ्तार से कंपनी की सालाना ग्रोथ जारी रही। अब कंपनी का सालाना कारोबार करोड़ों में है। इस कंपनी से तकरीबन पांच सौ को अपरोक्ष रोजगार मिल रहा है जबकि सौ को सीधे कंपनी में सीधे रोजगार मिला हुआ है।
 
मेधावी और परिश्रमी नौजवानों की जरूरत SS SS CONSTRUCTION को: #समीर अभी नौजवान हैं और वह चाहते हैं कि इस कंपनी का सालाना कारोबार 2020 तक 500 करोड़ रुपये के मुकाम तक पहुंच जाये। जाहिर है कि इस मंजिल तक जाने के लिए उनकी कंपनी को मेधावी और परिश्रमी नौजवानों की जरूरत है। इनमें से कुछ ब्रह्मभट्ट नौजवानों कै लिए भी सुनहरा अवसर आ सकता है। पर समीर जाति के अलावा उस उम्मीदवार की योग्यता, परिश्रम और आइडिया को अधिक तरजीह देंगे ताकि कंपनी मेट्रो की रफ्तार से भी तेज दौड़ सके। तभी तो 27 जनवरी को जब एक निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन का DMRC के MD मंगू सिंह ने दौरा किया तो समीर की पीठ थपथपाई कि SS SS CONSTRUCTION तय समय में बेहतरीन काम कर रही है। ब्रह्मभट्टवर्ल्ड समीर की कंपनी की शानदार उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं देता है।
Comments on facebook group:
Abhishek Kumar: आप (Tapan ji) से पहली बार मिल के काफी अच्छा लगा।आप काफी मिलनसार और समाज के प्रति काफी जागरूक है।
 
Ram Sundar Dasaundhi: जानकार मन गौरवान्वित हो गया।नये नये कीर्तिमान स्थापित करे यह कंपनी।राष्ट्र सेवा में अग्रसर रहे।
 
Rakesh Sharma: बेहतरीन पोस्ट।पोस्ट पढकर बहुत खुशी हो रही है कि अब हमारे समाज के युवा प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं जो केवल अपना ही नहीं बल्कि समाज के भलाई में कृत संकल्पित हैं।रानी गोदना को शायद दरगह पुर भी कहते हैं मैं उस गाँव में दो दो बार गया हूँ जहाँ मेरे बड़े भाई के ससुराल के लोग वहाँ रहते थे।बहुत अच्छा गाँव है और अब यह जानकर प्रसन्नता और गर्व महसूस हो रही है कि हमारे समाज के लोग देश को विकसित करने में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहें हैं। आप पर गर्व है।बधाईयां।
 
Sanjeet Kumar: राकेश जी मेरे गांव का नाम दरगहपुर ही है, लेकिन मेरा गांव अपनी समाज मे रानी गोधना के नाम से ही जाना जाता है। अब जनार्दन चाचा जी भकुरहर मे ही शिफ्ट हो गए है। पुरैना में मेरी दीदी कि शादी शिवदान मिश्रा जी के सुपुत्र देवेंद्र मिश्रा जी के साथ हुई है।
 
Rakesh Sharma: अरे वाह। देखिये आप भी हमारे रिस्तेदार निकले।हमारे बड़ी बहन की शादी शिवदान जी के चाचा नरसिंह मिश्रा जी से हुई है और मैं छोटा था तो आपके गांव गया था। देवेन्द्र जी सब बताएंगे।बहुत खुशी हुई आपसे बात करके।
 
Sanjeet Kumar: यही तो BBW का कमाल है अपनो को अपने से मिलाते है।
 
Sangita Roy: युवा-वर्ग के लिये संदेशात्मक पोस्ट। लगन , मेहनत और धैर्य से किये गये कार्य से व्यक्ति सफलता हासिल कर सकता है।समीर जी को उनकी उपलब्धियों के लिये बहुत बहुत बधाई।
 
Lakhindra Sharma: अनेक अनेक बधाई व शुभकामनायें ! इसी प्रकार प्रगति पथ पर आगे बढ़ते रहें,कामना है!
 
Sanjeet Kumar: सौभाग्य से मैं भी उसी कंपनी के शालीमार बाग साइट पर कार्यरत हुँ। मैं इस कंपनी के साथ दस बरसों जुड़ा हुआ हूँ।
 
Ajit Bhatt: बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। अपार खुशी हुई। “समाज के लोग विकसित होगें, समाज खुद-ब-खुद विकसित होगा।”
 
Prarthana Sharma: “होनहार वीरवान के होते चिकने पात”
या “पूत के पाँव पालने मे ही पहचाने जाते है” ये बातें हमसबो के चहेते भैया समीर व अदिति भाभीजी के उपर चरितार्थ होती है।
 
Bindu Kumari: समीर भैया को इस उपलब्धि के लिए बहुत बहुत बधाई
 
Sandeep Roy: शानदार और बेहतरीन कार्य के लिए समीर को हार्दिक बधाई
 
Rekha Rai: बहुत अच्छी जानकारी मिली।खासकर समीर के सफलता की कहानी।यूँ ही आगे बढ़ते रहिये।
 
Deorath Kumar: मैं Sameer जी पर एक किताब लिख सकता हूँ। हमारे परिवार में हम दोनों की 22 सालों की दोस्ती की मिसाल दी जाती है, कितना भावुक और ख़ुश हूँ मैं, शब्दों में बताना मुश्किल है। ख़ूब तरक्की कीजिये समीर और अदिति,मैं और Bindu हमेशा आप के साथ थे और हमेशा साथ रहेंगे
 
Sanjeet Kumar: आप यहाँ बहुत ही भावुक हो गए थे, और आपकी आँखों से खुशी के आंसू टपक पड़े थे। इससे पता चलता है कि आपदोंनो एक दूसरे के कितने करीब है। आपकी ये दोस्ती ताउम्र इसी खुशी के साथ बरकरार रहे।

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