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जरूर बनाएं अपनी वंशावली

अधिकतर माता-पिता को भी अपने पूर्वजों के बारें में अधिक जानकारी नहीं रहती है | ये हमारी संस्कारों के विरूद्ध बातें हैं | हमें खुद भी और अपने बच्चों को भी इसकी जानकारी देनी चाहिए |
त्रिपुरारी राय/सहरसा
अक्सर हम अपने कार्यों के प्रति इतने व्यस्त रहते हैं कि अपने बच्चों को अपने पूर्वजों के बारें में नहीं बता पाते | वे अपने दादा जी तक तो जानते हैं किन्तु उसके पीछे के पूर्वजों को नहीं जानते हैं | अधिकतर माता-पिता को भी अपने पूर्वजों के बारें में अधिक जानकारी नहीं रहती है | ये हमारी संस्कारों के विरूद्ध बातें हैं | हमें खुद भी और अपने बच्चों को भी इसकी जानकारी देनी चाहिए |
इसके लिए अपने घरों में सुंदर सा वंशावली बना कर रखना चाहिए | आप चाहें तो इसे फ्रेमिंग भी करवा कर अपने घरों में लटका सकते हैं | अपनी वंशावली में अधिक से अधिक पीढ़ियों को जोड़ें | इससे आप बहुत पीछे से कई पुश्तों को जान सकेंगे | वैसे वंशावली बनाना एक कठिन कार्य है किन्तु आंकड़े एकत्रित हो तो इसे बनाना बहुत सरल हो जाता है | आंकड़े एकत्रित करने के लिए आप घर या अन्य रिश्तेदारों के बुजुर्ग पुरुष या महिला सदस्या से संपर्क करें | वे आपको अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं |
इसी सिलसिले में मै आपको अपने द्वारा बनाए गए अपनी वंशावली को पोस्ट कर रहा हूँ | ये वंशावली मैं अपनी दादी जी से पूछ कर वर्ष 1991 में बनाया था | उस समय मैं वर्ग आठवीं का छात्र था | अचानक ही किसी बात पर मैंने अपने दादा जी, इनके पिताजी, फिर उनके पिताजी, और फिर उनके पिताजी कौन थे आदि बालमन की सवाल करता रहा और वो जवाब देतीं रहीं | मैं हतप्रभ था उनकी जवाब को सुनकर | यद्यपि कि वो साक्षर भी नहीं थी | मुश्किल से अपना नाम लिखना जानती थीं |
उस दिन मैं उनकी याददाश्त क्षमता का कायल हो गया कि उन्होंने आज के तिथि में नौ पीढी की जानकारी मौखिक ही उपलब्ध करा दी | ये मेरे लिए आज बहुत बड़ी पूंजी है जो कि शायद कम लोगों को उपलब्घ हो | उस समय से अब तक मैंने उस पन्नों को संभाल कर रखा था और चंद दिनों पहले ही समय निकाल कर अपने लैपटॉप पर बैठ गया इसे सुंदर रूप देने को | आप भी इस तरह से अपनी वंशावली बनवा कर अपने घरों में रखें और दूसरों को भी प्रेरित करें | आपको ये वंशावली कैसा लगा जरूर बताइयेगा ?
Comments on facebook: 
Amita Sharma:बहुत ही प्रेरणादायक।सच्ची एवं अच्छी सीख।
 
Rakesh Sharma:अपनी अपनी वंशावली सभी को बनाकर रखनी चाहिए।यह बहुत महत्वपूर्ण चिज है जिसका बहुत ही ज्यादा महत्व है।
 
Tripurari Roy:  बिल्कुल सही
 
LaxmiNarayan R Sharma: प्रियवर त्रिपुरारी राय बहुत प्रेरित किया आप की वंशावली देखकर।मैने बीस साल पहले बहुत मंथन कर अपने कुल वंश की विगत ग्यारह पीढिय़ों का वंशावली तैयार कर पुस्तक रूप मे छपवा लिया था अब वर्तमान पीढी जोर देरही है कि मैं इसका संवर्धन करूं,अस्तु विचार है कि इसे पुनः शुरू करूं।
Abhay Biswas Bhatt: बहुत सुंदर प्रेरणादायक
 
हरिओम प्रासाद राय भट्ट: बहुत ही प्रेरित किया आप का ये ग्यानवर्धक जानकारी, हम भी प्रयास करेंगे
 
Roy Tapan Bharati: वंशावली को लेकर प्रेरक लेख।
Rekha: Very good idea….हम भी अपने मैके ससुराल वालों के बारे में दो तीन पीढ़ी तक डायरी में लिखते रहते हैं।बहुत सारे रिश्ते जानने की अभिलाषा बनी रहती है। इस बार हम भी अपनी माँ के पास बैठकर बहुत जानकारी लिए।
पर ये आईडिया बहुत अच्छा लगा।.
 
Anil Kaushik: बहुत सुन्दर ढंग से वंश वृक्षावली (शिजरा नसब ) लिखी है आपने । मैं भी हरिद्वार अपने पंडे से लगभग पिछले 278 वर्ष की वंशावली लिख कर लाया था । उनके पास बहुत पुराना रिकार्ड मिल जाता है ।हरियाणा में राजस्व विभाग द्वारा जो वंशावली तैयार की जाती है उसमें पुरूषों के साथ उनकी पत्नी का नाम भी दर्शाया जाता है ।
Anil Tiwari: अद्भुद प्रेरणादायक पोस्ट लिखा है ,वंसावली प्रत्येक व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण होती है
 
पं. दीपक शर्मा: बिल्कुल सही व प्रेरक लेख
 
Bashist Tiwari: बहुत हि सुन्दर सुझाव है |
 
Jyoti Maharaj: बहुत ही सुन्दर विचार है आज के दौर में सात पीढी के नाम बहुत कम ही लोग बता पाते हैं
Priyanka Roy: आपने परिवार व समाज के एक अहम पहलू की ओर सबको आकर्षित किया है। अक्सर वंशावली को लेकर सबमें कौतूहल या ढेरों प्रश्न मस्तिष्क में विद्यमान होते हैं। ऐसी जानकारी सबको रखनी चाहिए। आपने अपने जिज्ञासा व मेहनत से एक सार्थक प्रयास की पहल की है, मुझे आपका जज्बा-प्रयास बहुत अच्छा लगा।

 

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