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मंथन का एक भावुक पल जो मुझे आज भी याद है Delhi India 

मंथन का एक भावुक पल जो मुझे आज भी याद है

Amit Ranjan/New Delhi

दिल्ली BBW मंथन की तैयारी को लेकर BBW के जनक राय तपन भारती अंकल के साथ मैं 5 महीने से दिन-रात संपर्क में था। मंथन की तैयारी में वे इतने मशगूल रहते थे कि उन्हें वक़्त का पता भी नहीं चलता था।

मुझे मालूम है उनके घर पर कितनी परेशानी है, इसके बावजूद उनका समाज के लिए इतना डेडिकेशन काबिले तारीफ है। डायरेक्टरी और मंथन टाइम्स के संपादन और ले आऊट के लिए मैंने 23 दिसम्बर तक दिन रात काम किया। यह बात मुझे मंच से कहनी थी पर तपन अंकल अपनी नहीं टीम की तारीफ चाहते हैं अतः मैं वहां मंच पर बोल नहीं सका।

मैंने जब भी उन्हें फ़ोन किया, किसी भी वक़्त। चाहे 6 बजे सुबह हो या 12 बजे रात उनका फ़ोन हर वक़्त बिजी मिला मुझे। मैं उनसे बोलता था बहुत हुआ अंकल बस रहने दीजिए लेकिन वो बस मुस्कुरा देते थे।

इन तस्वीरों को देखकर ये साफ पता चलता है इस समाज ख़ासकर युवाओं के प्रति उनका प्यार और सम्मान कितना है?

हम सभी अपने परिवार से प्यार करते हैं पर क्या कोई दूसरो के लिए इतना प्यार और अपनापन दिखाता है क्या दूसरों के लिया वक़्त देता है? ये कोई दिखावट नहीं है जब हम बेटी की बिदाई करते है तब इस कदर भावुक हो जाते हैं लेकिन समाज के लिए इस तरह भावुक होना हमने पहली बार देखा और शायद आपने भी नहीं देखा होगा जीवन में।

इसके बाबजूद समाज के चंद लोग जब कटाक्ष करते हैं तो बहुत ही तकलीफ होती है। उन लोगों से मैं इतना ही प्रार्थना करूँगा फेसबुक पे अपडेट मांगने से या रिपोर्ट मांगने से कुछ नहीं होगा हम सब को आगे आकर अपना योगदान देना होगा।

एक बात और मैं यहां बोलूंगा बहुत लोगों का ये सवाल आता है कि समाज के लिए BBW ने क्या किया? उनको मेरा जवाब नीचे है इसे जरूर पढ़ें:

BBW एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां केवल स्वजनों ख़ासकर युवाओं और महिलाओं को जोड़ा जाता है जहां लोगों को उनकी अहमियत बताई जाती है जहां उनको समाज प्रेम से अवगत कराया जाता है जहां गरीब जरूरतमंद समाज के स्टूडेंट को पढ़ने, मार्गदर्शन में मदद की जाती है और भी बहुत तरह की मदद इस मंच द्वारा किये जाते है। बहुत काम की जानकारी भी ग्रुप को नहीं दी जाती।

BBW के पास अपना कोई फण्ड नहीं होता जिससे वो किसी की शादी में मदद कर दे BBW कोई NGO नहीं है पर यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म और मंथन है जहां सभी अपनी भागीदारी खुद बनाते हैं और आगे आते हैं।

मैंने कभी लिखा नही है लेकिन आज रोक नहीं पाया और लिख डाला अगर कोई गलती हो गई हो तो कृपया क्षमा कीजिएगा।

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