सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं Delhi India 

सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं

लेखिका: अनामिका राजे/नई दिल्ली योग चर्चा: अनिद्रा/तनाव उपचार विशेषांक, भाग-३ #‘ॐ अगस्ती शायिनः ।’ भावार्थ : हे ईश्वर, निद्रा प्रदान करें। योग गुरू दीपक चोपड़ा सिखाते हैं कि सोते समय, शांति से इस मंत्र को मन में दोहराएं। अतिसक्रिय (hyperactive) मन वालों के विचारों को विराम देते हुए प्रशांतिपूर्ण गहरी नींद में सहायक।भाग-3 लेकर पुनः उपस्थित हुई हूँ इस संकल्प...
इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय Bihar Delhi 

इंसान जन्म से नहीं, अपने कर्मों से महान बनता है: अवधेश राय

अवधेश राय/कटिहार-नई दिल्ली लेख को अवश्य ही गहराई से पढ़ते हुए मनन करें, क्योंकि यह हर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा हुआ है कर्म ही जीवन है और अकर्मण्यता मृत्यु। जहां कर्म है, वहीं गति है और गति से ही जीवन है। कर्मशील बने रहने में ही कर्मयोगी की सार्थकता है। संसार में जन्म लेकर कोई भी प्राणी बिना कर्म...
आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे? Uttar Pradesh 

आपके गांव की मिट्टी भी दे सकती है लाखों, पर कैसे?

…और खेती से सिज्जू बाबू की आमदनी लाखों में पहुंच गयी जिसकी कल्पना भी हमें नहीं थी! गांव में एक कहावत है कि-उत्तम खेती, मध्यम बाननिषिद्ध चाकरी, भीख निदान।इसका अर्थ है सबसे अच्छी खेती उसके बाद व्यापार, दूसरे की नौकरी कभी ना करो भले ही भीख मांगनी पड़े।#इस_लेख_में जो तस्वीर आप देख रहे हैं। यह तस्वीर है मेरे ही गांव...
1981 से भी पहले से मनायी जा रही है पं. राजकुमार शुक्ल की जयंती Uncategorized 

1981 से भी पहले से मनायी जा रही है पं. राजकुमार शुक्ल की जयंती

आज भी लोगों से पंडित राजकुमार शुक्ल को लोगों से रूबरू कराने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं उनके नाती श्री रबि भूषण जी। लेखक: एस एन शर्मा/ पटना जब पंडित राजकुमार शुक्ल की जन्म तिथि सन 1981 में पटना के मसहूर परिसर रवीन्द्र भवन में बडे ही धूम धाम से मनाई गई थी। उस ऐतिहासिक मौके पर मुख्य...
मेरा पिंडी गांव: बेशक़ लोग बाहर हैं पर गांव का सौंदर्य और निखरा है India Uttar Pradesh 

मेरा पिंडी गांव: बेशक़ लोग बाहर हैं पर गांव का सौंदर्य और निखरा है

लेखक : पं. अनिल शर्मा, भारतीय थल सेना, अहमदनगर, महाराष्ट्र “भारतीय गांव की कहानी “: पिंडी, जिला देवरिया (यू पी) आपने पिंडी गाँव का नाम जरूर सुना होगा जो उत्तर प्रदेश के जिला देवरिया की तहसील सलेमपुर, थाना लार के मातहत आता है, जो कि पावन सलिला सरयू के तट पर बसा हुआ पतिहा ब्राह्मणों का गांव है। इस गांव...
यह किसी नबाब की कोठी नहीं मेहनतकश ब्रह्मभट्ट किसान गुड्डू भैया का घर है Uttar Pradesh 

यह किसी नबाब की कोठी नहीं मेहनतकश ब्रह्मभट्ट किसान गुड्डू भैया का घर है

मेहनत हो तो अल्प संसाधन से भी सोना बनाया जा सकता, आप क्षेत्र में व्यापारिक खेती के लिए चर्चित हैं! यदि आप मात्र 10 मिनट के लिए उनसे मिलने की इच्छा लेकर जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए उनके प्रेम में आपको 10 घण्टे भी गुजारने पड़ सकते हैं! जितेंद्र शर्मा भट्ट/अयोध्या लगभग 3 बीघे जमीन पर बना यह...
ब्रहृ्भट्टवर्ल्ड क्यों पसंद: ब्रह्मभट्टवर्ल्ड है एक विस्तृत परिवार का नाम India 

ब्रहृ्भट्टवर्ल्ड क्यों पसंद: ब्रह्मभट्टवर्ल्ड है एक विस्तृत परिवार का नाम

आपको ब्रहृ्भट्टवर्ल्ड क्यों पसंद है? आप यहां समाज की गतिविधियों की सूचनाओं और विचारों से संतुष्ट हैं? आप यहां अपना योगदान कैसे देना चाहते हैं? Anil Kaushik, हरियाणा: ब्रह्मभट्टवर्ल्ड फ़ेसबुक ग्रुप में जुड़ने के बाद मैंने देखा कि यहां पहले तो लोगों को ग्रुप से जोड़ा गया। फिर लोगों से अपील करके सम्मेलन शुरू कर दिए। इससे पूर्व हम देखते...
‘ब्रह्मभट्ट समाज में भी सबकी ज़िन्दगी पर गहरा असर डाला कोरोना ने’ Delhi India 

‘ब्रह्मभट्ट समाज में भी सबकी ज़िन्दगी पर गहरा असर डाला कोरोना ने’

राय तपन भारती/नई दिल्ली कोरोना कालखंड में सबका अपना-अपना अनुभव है, सबका अपना-अपना दर्द है। Brahmbhattworld ने जब सबका अनुभव पूछा तो किसी ने इस कालखंड को शानदार समय तो बहुतों ने इसे चुनौती भरा बताया। एक स्वजन ने कहा, इस संकट काल में अच्छे से ईश्वर की कृपा से समय व्यतीत हो रहा है तो एक भट्ट नौजवान ने...
अलौकिक नजारा बिहार में गुजूरु ग्राम के भाष्करधाम में Bihar 

अलौकिक नजारा बिहार में गुजूरु ग्राम के भाष्करधाम में

गुजूरु गांव शिक्षित व धनाढ्य गांवों में गिना जाता है। यहां की सांस्कृतिक विरासत काफी धनी और प्राचीन है। यूँ तो गांव में और भी सुंदर व प्राचीन मंदिर हैं, किन्तु गांव के दक्षिण में विराट मानसरोवर पोखरे के विस्तृत तट पर अवस्थित भगवान भाष्कर का मंदिर मुख्य आकर्षण का केंद्र है। दिलीप कुमार पंकज/आरा यह अलौकिक और अद्भुत नजारा...
ज़िंदगी का द्वन्द: प्रियंकर भट्ट, कथाकार Delhi India 

ज़िंदगी का द्वन्द: प्रियंकर भट्ट, कथाकार

” कथाकार: प्रियंकर भट्ट आज संडे है और सुबह से घर का माहौल ख़ुशनुमा है, ना नाश्ता बनाने की जल्दी थी किसीको, ना नहाने धुलने की। घड़ी में सुबह के 10 बज चुके है, पर घर के मलिकार श्री मुकेश शर्मा जी इत्मिनान से बैठे चाय की चुस्कियाँ ले रहे हैं, मुकेशजी शहर के व्यवहार न्यायालय में वकालत करते हैं।...
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